मैं विश्वास, बनी तुम आशा मैं निराश, तुम बनी निराशा मेरे जीवन की परिभाषा तुम संग स्वप्न संजोये हमने पल भर में क्यों तोड़े तुमने पूरन कर दो चिर अभिलाषा वर्षों से सम्बन्ध हमारे आगे सब प्रतिबन्द तुमारे इतने पर भी बची निराशा दिखलाओ न और तमाशा तीन लोक और सात समुंदर मिली कहीं न तुमसे सुन्दर मुश्किल से था तुम्हे तलाश औरों की तुम चाहे जो हो मेरी बनी रहोगी आशा जब तक रहें वदन में श्वासा मैं विश्वास बनी तुम आशा मैं निराश, तुम बनी निराशा मेरे जीवन की परिभाषा
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